Kab tak wo mera hone ka intezar karega,
kudh tut kar wo ek din mujhse pyar karega,
ishq ki aag me usko itna jala denge,
ki ijhaar wo mujhse sar-e-bazaar karega..
कब तक वो मेरा होने से इंकार करेगा,
खुद टूट कर वो एक दिन मुझसे प्यार करेगा,
इश्क़ की आग में उसको इतना जला देंगे,
कि इज़हार वो मुझसे सर-ए-बाजार करेगा..